जागरण संवाददाता, इलाहाबाद। लैपटॉप वितरण समारोह से मुख्यमंत्री के जाते ही आयोजन स्थल पर अराजकता फैल गई। लैपटॉप न मिलने से आक्रोशित छात्र-छात्रओं ने तोड़फोड़ शुरू कर दी और एसडीएम सदर समेत कर्मचारियों को बंधक बना लिया। छात्राएं लैपटॉप न मिलने से इतनी निराश हो गईं कि रोने लगी। परेड ग्राउंड जहां से थोड़ी देर पहले मुख्यमंत्री ने 50 विद्यार्थियों को अपने हाथों से लैपटॉप बांटा था, उनके जाते ही आयोजन स्थल पर अराजकता फैल गई।
फूलों से सजे मुख्य मंच को छात्रों ने थोड़ी ही देर में बदरंग कर दिया। छात्राओं ने भी शासन और प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की। छात्राओं का आरोप है कि उन्हें टोकन देने और रिसीविंग के बाद भी लैपटॉप नहीं दिया गया। छात्रों ने एसडीएम सदर शत्रोधन वैश्य को घेर लिया और कहा कि वह तब तक नहीं जा सकते, जब तक कि उन्हें लैपटॉप नहीं मिलता। एसडीएम सदर के साथ मात्र दो सिपाही मूकदर्शक बने रहे। छात्रों ने सेक्टर प्रभारी को भी बैठा लिया। दो घंटे तक चले हंगामे के बाद लैपटॉप शीघ्र दिए जाने के आश्वासन पर छात्रों का गुस्सा शांत हुआ।
विकास कर देंगे विरोधियों को जवाब
लैपटॉप वितरण समारोह में मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने विपक्षी दलों पर खुल कर निशाना साधा। कहा, हम प्रदेश का विकास कर विरोधियों को जवाब देंगे। समाजवादी पार्टी की सरकार अपने घोषणा पत्र के हर वादे को पूरा करेगी। उन्होंने कहा कि लैपटॉप सभी को दिए जा रहे हैं, कन्या विद्या धन व अन्य योजनाएं भी सभी वर्गो के लिए हैं। कार्यक्रम में करीब 14 हजार छात्र-छात्रओं को लैपटॉप दिया गया।
आरक्षण समर्थकों और कांग्रेसियों का हंगामा
मुख्यमंत्री तक पहुंचने की कोशिश कर रहे आरक्षण समर्थक और कांग्रेसियों को पुलिस ने रास्ते में रोक लिया तो उन्होंने जमकर हंगामा काटा और नारेबाजी की। इस दौरान तकरीबन एक दर्जन प्रदर्शनकारियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया गया।
Source: News in Hindi
No comments:
Post a Comment